बांधवगढ़ :
बांधवगढ़ के मानपुर बफर में रविवार शाम एक बाघिन का शव कुएं में तैरता मिला इस घटना से वन विभाग और वन्यजीव प्रेमी गहरे सदमे में हैं।
जानकारी के अनुसार शिकारियों ने पहले जाल बिछाकर बाघिन को मारा.दुर्घटना को छिपाने की नीयत से बाघ के शव को आगे-पीछे पत्थर से बाध बोरी में भरकर जंगल के पास खेत में बने कुएं में फेंक दिया ।
वन विभाग के अनुसार मानपुर बफर रेंज के दमना बीट में दोपहर को एक बाघ कुएं में मिला यह इलाका बांसा गांव के जंगल से लगा राजस्व व बीटीआर की सीमा पर है। गश्ती दल को भ्रमण के दौरान दुर्गध आने से तलाशी की तो कुएं में जाकर देखा तो बाघ का शव दिखा। वन विभाग क्षेत्र संचालक विसेंट रहीम, उपसंचालक श्रद्धा पन्द्रे, एसडीओ मानपुर व वनपरिक्षेत्र अधिकारी मौके पर पहुंचे। शव को पानी से निकाल कर जांच पड़ताल करते समय बाघ के मुंह पर एक घाव मिला। बाघ के शव को डुबाने के इरादे से पत्थर से बांधा गया था। संदेश यह भी है कि बाघ को कहीं शिकार करके दूर के कुएं में फेंक दिया गया है. जांच टीम अलग-अलग तरीके से काम कर रही है।
मृत बनबेही बाघिन (T32) 14 साल की उम्र में तीन बार मां बनी और उसने 9 शावकों को जन्म दिया। इसका मानपुर बफर के साथ ताला रेंज में क्षेत्र था। वह हमेशा ताला, कथली, दमना, कुवाही और माला तक दिखाई देती थी।
अगस्त माह में बाघ की यह तीसरी मौत है। इस साल कुल 9 बाघों की मौत हुई है, जिसमें 2 शावक और 7 वयस्क बाघ शामिल हैं। शिकार के मामले में अक्टूबर 2020 के बाद यह दूसरी घटना है।