
वरोरा वनपरिक्षेत्र के अंतर्गत सालोरी कक्ष क्र. 11 के वन क्षेत्र में बड़ी संख्या में वन्यजीवों का अधिवास है और साथ ही उस इलाके में बाघ भी है। वन विभाग ने वन्यजीवों की गतिविधियों को रिकॉर्ड करने के लिए कई स्थानों पर कैमरा ट्रैप लगाए हैं ऐसे में एक कैमरा ट्रैप में बाघ के गले में लाल पट्टी बांधी हुई दिखाई दे रहा है।
वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया गया है। इस लाल पट्टी वाले बाघ को देखकर वनविभाग सतर्क और इलाके में तलाश अभियान शुरू कर दिया गया है।
ताडोबा-अंधारी व्याघ्र प्रकल्प की एक टीम को तलाश अभियान के लिए लगाया गया है। फिलहाल यह पता नहीं चल पाया है कि वह लाल पट्टी वाले बाघ कौनसे प्रकल्प से आया है। वन विभाग की तलाश जारी है ।
कुछ लोगों का कहना है कि दो बाघो की लड़ाई जो बाघ हर जाता है वह बाघ वहां से निकल जाता है और अपने लिए दूसरे एरिया के तलाश में ऐसा ही यह भटका हुआ बाघ हो सकता है।
