मेलघाट टाइगर रिजर्व (MTR) में बुधवार तारीख 20 जनेवारी को एक युवा नर बाघ मृत पाया गया। टाइगर का शव सिपना डिवीजन के अंतर्गत रायपुर वन रेंज के अंतर्गत मदीज़दाप बीट के कम्पार्टमेंट नं.271 में पाया गया। मदिज़दाप गाँव घटनास्थल से 3.5 किमी के दूरी पर है।
इस साल की महाराष्ट्र में यह पांचवीं बाघ की मौत है
एमएस रेड्डी, एपीसीसीएफ और मेलघाट के फील्ड डायरेक्टर ने अवैध शिकार के रूप में शिकारियों, पंजे और कैनाइन सहित शरीर के सभी हिस्से मौजूद है और शरीर पर भी कोई निशान नहीं हैं।
एमएस रेड्डी ने कहना है उस क्षेत्र के दो वाटर बॉडी का कोई संदूषण पानी नहीं है और ना ही वहां से गुजरने वाली कोई बिजली लाइन है इसलिए जहर और इलेक्ट्रोक्यूशन से मौत का इनकार किया जाता है ।
वन अधिकार अधिनियम 2006 के तहत वन भूमि पर अधिकार मांगने वाले आदिवासियों के बीच विवाद चल रहा है।
कुछ कार्यकर्ता कथित रूप से ग्रामीणों को पर्यटन के स्रोतों का विरोध करने के लिए उकसा रहे हैं, कहा जाता है कि बाघ को मारने के बाद सबूतों को मिटाया जा सकता है।
मेलघाट के वन अधिकारियों ने एक प्रारंभिक प्राथमिकी रिपोर्ट दर्ज की है भविष्य की जांच कर रहे हैं।