
चंद्रपूर : (मोहम्मद सुलेमान बेग) : राजुरा तालुका के चनाखा गांव के पास रेलवे ट्रैक पर एक बाघिन का शव कक्ष नंबर 158 आज 21 ऑक्टोबर 2022 सुबह बल्लारपुर-काजीपेठ रेलवे लाइन पर ट्रेन की टक्कर से मौत का अनुमान लगाया जा रहा है। मृतक बाघिन लगभग चार साल की है। उक्त घटना की सूचना राजुरा वनविभाग को मिलते ही वनपरिक्षेत्र अधिकारी सुरेश येलकेवाड़, क्षेत्रसहायक प्रकाश मत्ते, वनरक्षक देवाजी शेंडे और वन मजूर मौके पर पहुंचे।
श्वेता बोडू उपवनसंरक्षक मध्य चांदा, उपविभागीय वनअधिकारी अमोल गर्कल, भी मौके पर पहुंचे। साथ ही एनटीसी प्रतिनिधी बंडू धोतरे, पीसीसीएफ (वन्यजीव) प्रतिनिधी मुकेश भांदककर और वन कर्मचारी मौजद थे।
मोका निरीक्षण के अनुसार, सुबह तड़के सड़क पार करते समय ट्रेन से टकरा कर बाघ की मौत होने का अनुमान वन कर्मचारियों ने लगाया जा रहा है । इस मौत के सही कारण के बारे में फोरेंसिक जांच से ही निष्कर्ष निकलेगा, पोस्टमॉर्टम के बाद शव के अवशेषों को फॉरेंसिक लैब भेजा जा रहा है।
इस क्षेत्र में घने जंगल से गुजरने वाली रेलवे लाइन के कारण लगातार ट्रेन की टक्कर से वन्यजीवों की मौते होने का सिलसिला जारी है। अब तक रेलवे की टक्कर में चार बाघों की मौत हो चुकी है। फिर भी रेल विभाग व वनविभाग गंभीर नहीं है।
अन्य राज्यों में, जब ट्रेन जंगल मार्ग से गुजरती है तो गति सीमा कम कर दि जाती है, वैसे ही यह रेलवे मार्ग पर भी जंगल से गुजरते वक्त गति सीमा कम करनी चाहीये। वनविभाग को इस विषय पर गौर करे और तत्काल उपाय करके बाघ को ट्रेन की चपेट मे आने से बचाए। ऐसा चंद्रपुर के वन्यजीव प्रेमी की मागं हैं।
