
चंद्रपूर : वनमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने चरवाहों को आश्वासन दिया कि राज्य सरकार राज्य में चरवाहों की समस्याओं के बारे में संवेदनशील रूप से सोच रही है और जल्द ही फिर से बैठक करके सकारात्मक निर्णय लिया जाएगा। वनमंत्री मुनगंटीवार की अध्यक्षता में मंत्रालय में भेड़-बकरियों के लिए चारागाहों के आरक्षण व चरवाहों के अन्य मुद्दों को लेकर बैठक हुई।
बैठक में विधायक गोपीचंद पडळकर, विधायक संजय गायकवाड़, वनविभाग के सचिव वेणुगोपाल रेड्डी, वरिष्ठ अधिकारी और चरवाहा समाज के प्रतिनिधि बडी संख्या मे उपस्थित थे।
वनमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने चरवाहों की समस्याओं को जानकर उन्हें सकारात्मक तरीके से हल करने के लिए अपनी तत्परता दिखाई।
भेड़-बकरियों के लिए चराई भूमि के आरक्षण के संबंध में अन्य राज्यों की नीतियों का अध्ययन करने के निर्देश वन विभाग सचिव वेणुगोपाल रेड्डी को दिए गए।
समाज का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिनिधियों का सुझाव है की विस्तार से समीक्षा की जाए और उपाय किए जाएं।
साथ ही, भेड़ पालन और चरागाहों के आरक्षण के संबंध में मौजूदा कानून के प्रावधानों और नियमों के कानूनी अध्ययन करे और न्याय विभाग की राय ली जानी चाहिए । ऐसे निर्देश वनमंत्री मुनगंटीवार ने अधिकारियों को दिया है।
चरवाहों की मांगों को लेकर सचिव स्तर पर प्रारंभिक बैठक की जाए। अगले 20 दिन बाद पुन: पशुपालन, गृह एवं वन विभाग की संयुक्त बैठक कर सरकार सकारात्मक निर्णय लेगी। मुनगंटीवार ने कहा।
इस दौरान शिकायत की गई कि सरकारी जमीन पर भेड़ चराने वाले चरवाहों को वन कर्मियों द्वारा पीटा जा रहा है।
यह समझाते हुए कि उन्हें वन कर्मचारियों को पीटने का कोई अधिकार नहीं है, चरवाहों को ऐसी घटनाओं के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करनी चाहिए। ऐसा वनमंत्री मुनगंटीवार ने कहा।
