
चंद्रपूर : सावली तालुका के उपवन परीक्षेत्र व्याहाद खुर्द, नियत क्षेत्र समदा बुज कक्ष क्र. 201, नीलासानी पेडगांव की 40 साल की एक महिला वंदना मारोती वकुड़कर अपने पिता वासुदेव दहेलकर के साथ धान की कटाई के बाद, भारे बांधने के लिए शिंदी काटने के लिए वनक्षेत्र में गई, जब क्षेत्र में एक बाघ / तेंदुए ने वंदना पर हमला कर उसे जखमी किया ।
महिला के चीखने-चिल्लाने से उसकी जान बाल-बाल बच गई और महिला को मामूली चोटें लगी है। उसे व्याहाद बुज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया और वहां से उसे जिला सामान्य अस्पताल गढ़चिरोली रेफर कर दिया गया जहां उसका इलाज चल रहा है।
स्थनिक वन्यजीव प्रेमी और स्वाब नेचर केअर संस्था के अध्यक्ष यश कायरकर ने बताया की अभी धान का सीजन चल रहा है। इसलिए, धान की कटाई के बाद, मजदूर अपनी जान जोखिम में डालकर जंगल में जाकर अपना भारे बांधने के लिए सिंदी लाते हैं। और अब जंगल झाड़ियों से इतना घना हो गया है कि जब तक वह पास नहीं आता तब तक कोई जानवर नजर नहीं आता। और ऐसी घटनाएं होना स्वाभाविक है। हालांकि, इससे सावधान और सावधान रहने की जरूरत है।
वनविभाग भी हमेशा जंगल जाने को मना करते है। फिर भी लोग जाते है।
इस घटना मे घायल महिला को ज्यादा चोटे नही आई है। भविष्य मे ऐसी घटना ना हो करके सभी को सतर्क रहने की जरूर है।
