
(चिचखेडा क्षेत्र में दो लोगों को मार डाला था, जबकि दो लोग घायल हुए थे)
जिला प्रतिनिधी (यश कायरकर):
दिनांक 13 अप्रैल 2025 को सुबह 10:00 बजे, विनायक विठोबा जांभुळे, उम्र 60 वर्ष, निवासी चिचखेडा, जब महुआ के फूल इकट्ठा कर रहे थे, तब उन पर बाघ ने हमला कर उन्हें मार डाला। इससे पहले भी बाघ ने एक अन्य व्यक्ति को मार डाला था तथा दो अन्य लोगों को घायल किया था।
मानव-वन्य संघर्ष की स्थिति और मानव मृत्यु की घटनाओं को रोकने हेतु T-3 बाघ को पकड़ना आवश्यक हो गया था। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशानुसार, दिनांक 17 अप्रैल 2025 को उत्तर ब्रम्हपुरी वनपरिक्षेत्र के अंतर्गत मेंडकी उपक्षेत्र के नियतक्षेत्र चिचखेडा के कक्ष क्रमांक 152 में बाघ को पकड़ने की कार्रवाई की गई।
पशु चिकित्सक डॉ. रविकांत खोब्रागड़े द्वारा ट्रैंक्विलाइज़र डार्ट तैयार किया गया, जिसे पुलिस हवलदार व निशानेबाज अजय सी. मराठे ने बाघ पर सटीक निशाना लगाकर दोपहर 12:15 बजे दागा। इसके बाद बाघ को बेहोश कर सफलतापूर्वक पकड़ लिया गया।
यह कार्रवाई मुख्य वन संरक्षक, वन वृत्त चंद्रपुर डॉ. जितेंद्र रामगांवकर की अनुमति से, उपवन संरक्षक ब्रम्हपुरी श्री राकेश सेपट के मार्गदर्शन में, सहायक वन संरक्षक (प्रादेशिक व वन्य), ब्रम्हपुरी श्री महेश चोपड़े तथा उत्तर ब्रम्हपुरी के वन परिक्षेत्र अधिकारी श्री सचिन नरड, जैव विशेषज्ञ राकेश आहुजा और टीम की उपस्थिति में सम्पन्न हुई।
इस कार्रवाई में उपक्षेत्र मेंडकी, नवेगांव के क्षेत्रीय वनकर्मी, डॉ. रविकांत खोब्रागड़े (पशु चिकित्सक, RRT ताडोबा-अंधारी टाइगर प्रोजेक्ट, चंद्रपुर), पुलिस हवलदार अजय मराठे (शूटर), विकास ताजणे, योगेश लाडके, प्रफुल्ल बाटगूरे, गुननक धोरे, दीपेश टेंभुर्णे, वसीम शेख, अमोल कोरपे, जय सहारे, अक्षय दांडेकर, अभिषेक चांदेकर, और जैव विशेषज्ञ आहुजा उपस्थित थे।
पकड़ा गया T-3 (नर) बाघ लगभग 15 वर्ष का बताया जा रहा है, जिसे गोरवाड़ा रेस्क्यू सेंटर, नागपुर में स्थानांतरित किया जाएगा।
