सावली : वन भूमि पर पेड़ लगाने से इनकार करने पर महिला वनरक्षक ने शेतकर्मी से 10 हजार रुपये मांगे, उक्त संबंधित मामले की जांच की गई तो चंद्रपुर भ्रष्टाचार निरोधक विभाग ने वनरक्षक के खिलाफ जाल बिछाकर रिश्वत लेते हुए रंगेहात गिरफ्तार किया गया।
उक्त घटना मे शिकायतकर्ता वह मौजा उपरी, तहसील सावली का निवासी हैं और वह कृषि व्यवसाय करता हैं। कहा जाता है की 1982 में मौजा कापसी के सर्वे क्र. 436 मे 44.92 हेक्टर आर की सरकारी भूमि मे से 1.21 हेक्टर आर जंगली भूमि शिकायतकर्ता के पिता ने अतिक्रमण किया था।
समझौता होने पर वनरक्षक कुलमेथे ने शिकायतकर्ता को 5 हजार रुपये देने को कहा, कुलमेथे वनरक्षक ने अपने पति संजय अंतरम आतला को उक्त रिश्वत राशि लेने के लिए भेजा।
भ्रष्टाचार निरोधक विभाग ने वनरक्षक के पति को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया, जिसके बाद उक्त वन रक्षक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
पोलीस उपअधीक्षक अविनाश भामरे के मार्गदर्शन में, पोलीस निरीक्षक शिल्पा भरडे के नेतृत्व में पुलिस कर्मचारी नरेश ननावरे, वैभव गाडगे, रवी कुमार ढेंगळे, और पुष्पा कोचाळे ने सफल कार्रवाई की।