चंद्रपूर (मोहम्मद सुलेमान बेग): चंद्रपुर शहर की ऐतिहासिक रामाला तालाब में पिछले कुछ दिनों से दूषित पानी के कारण मरी हुई मछलियां मिल रही हैं।
इससे नागरिकों की शिकायतें आ रही थी कि इस क्षेत्र से दुर्गंध आ रही है। सोशल मीडिया पर इस संबंध में वीडिओ वायरल होने के बाद वन, संस्कृति एवं मत्स्य मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने तत्काल संज्ञान लिया और प्रदूषित पानी को छोड़कर तालाब को सुखाने का निर्देश 17 दिसंबर 2022 को जिला कलक्टर विनय गौडा ने संबंधित व्यवस्था की बैठक कर रामाला तालाब की सफाई व सौंदर्यीकरण की समीक्षा की।
चंद्रपुर शहर में गोंड काल की ऐतिहासिक रामाला तालाब पिछले कुछ वर्षों से जीर्ण-शीर्ण अवस्था में थी, सामाजिक संगठनों द्वारा आंदोलन के बाद इस तालाब के सौंदर्यीकरण और सफाई के लिए पहल की गई थी।
राज्य सरकार द्वारा धनराशि उपलब्ध कराने के बाद इस तालाब से इकोनिर्या के पौधे हटाये गये थे पिछले वर्ष खनिज विकास कोष के तहत भी धनराशी उपलब्ध करायी गयी थी।
इसके अनुसार तालाब को गहरा करने का काम शुरू किया गया था, लेकिन मानसून के दौरान यह काम बंद कर दिया गया था।
शहर के कुछ हिस्सों में आवासों से आने वाले सीवेज के कारण तालाब का पानी दूषित होने लगा है। इससे यहां के मचलियो की जान को खतरा है। पिछले कुछ दिनो से तालाब के किनारे मृत मचलियो का ढेर जमा हो रहा हैं।
इतना ही नहीं, मृत मचलियो और तालाब के दूषित पानी बदबू का कारण बना है। इस क्षेत्र में रहने वाले नागरिक और व्यवसायी भी परेशान हैं।
चंद्रपुर शहर के लोगों के घूमने आने के लिए केवल तालाब ही हैं। इस तालाब के क्षेत्र में हर दिन सुबह-शाम बड़ी संख्या में युवा और बूढ़े नागरिक घूमने आते हैं।
हालांकि पानी की दुर्गंध के कारण नागरिकों का स्वास्थ्य बिगड़ने की आशंका है, पालक मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने तत्काल संज्ञान लिया और कलेक्टर को तालाब से पानी छोड़ने का निर्देश दिया।
इसके अलावा कलेक्टर विनय गौड़ा ने 17 दिसंबर 2022 को कलेक्टर कार्यालय में बैठक कर तालाब के सौंदर्यीकरण, गहरीकरण व सफाई के लिए बैठक करने का सुझाव दिया।
बैठक में विशेष कर्तव्य अधिकारी इंगोले नगर निगम आयुक्त विपिन पालीवाल पूर्व उपमहापौर राहुल पावड़े, इको प्रो अध्यक्ष बंडू धोत्तरे डॉ. गुलवाडे भी उपस्थित थे।