बिजली करंट से बाघ की मौत, शव को जलाकर  टुकड़े-टुकड़े कर खेत में दफनाया

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(तुअर की फसल के लिए लगाया था 11 के.वी. का जिंदा करंट, जांच के चलते विभाग द्वारा घटना को रखा गया गुप्त)
जिल्हा प्रतिनिधी (यश कायरकर),
फिर से चंद्रपुर जिले में एक बाघ की मौत की घटना सामने आई । खेत में फसल के लिए लगे बिजली तार से करंट लगकर एक बाघ के मौत के साक्ष्य मिटाने के लिए बाघ को जलाकर, टुकड़े-टुकड़े कर उसके ही खेत में दफनाने की घटना सामने आई। चंद्रपुर वन विभाग के अंतर्गत चिचपल्ली वनपरिक्षेत्र के उपक्षेत्र मूल, नियतक्षेत्र चिरोली के अंतर्गत नालेश्वर में उतथलपेट निवासी सुरेश विट्ठल चीचघरे ने निजी खेत सर्वे क्रमांक 52/2 में लगाए गए बिजली तार से बाघ का शिकार कर सबूत नष्ट करने के उद्देश्य मृत बाघको जलाकर शव के टुकड़े-टुकड़े कर उसे दफनाने की सूचना वनविभाग के अधिकारियों को 6 मई  को मिली थी। जिसके आधार पर अधिकारियों ने  सुरेश विट्ठल चीचघरे के खेत में जाकर मुआयना किया तो खेत के बीचो-बीच जला हुआ स्थल मिला, जिसके बाद फावड़े की सहायता से खुदाई किए जाने के बाद उसमें बाघ का एक दांत व जले हुए अंग मिले। मगर पूरी तरह से जांच होने तक और हर जगह की जांच करने तक विभाग द्वारा इस घटना को गुप्त रखा गया था।

आरोपी सुरेश चिचघरे ने बताया कि, दिसंबर 2023 में धान की फसल निकालने के बाद  तू और फसल की सुरक्षा के लिए खेत में चारों ओर 11 के.वी. के जिंद बिजली तार लगाए थे। इसमें करंट लगने से बाग की मृत्यु हो गई थी बाग के शव को टुकड़े कर जलाया और दफनाकर, खेत में खोदे गए खेत तालाब में और बहती हुई नदी में कुछ अंग के टुकड़े फेंक दिए और सबूत नष्ट करने का कार्य किया गया।

उक्त घटना स्थल का मुआयना सहायक वनसंरक्षण (तेंदू) जी. आर. नायगमकर, प्रियंका आर. वेलमे वन परिक्षेत्र अधिकारी चिचपल्ली प्रादेशिक, बंधु धोतरे एन.टी.सी.ए प्रतीनिधी, मुकेश भंडारकर, उमेश झिरे वन्यजीव प्रेमी ने घटनास्थल पंचनामा कर  आरोपी सुरेश चिचघरे को गिरफ्तार किया गया। सबूत नष्ट करने की घटना में लिप्त मेसी ट्रैक्टर और दूचाकी वाहन जप्त किया गया। और आरोपी को न्यायालय में पेश करने पर 15 दिन का एमसीआर दिया गया। वही सुरेश चिचघरे की सहायता कर बाघ को दफनाने वाले सह आरोपी श्रीकांत मुरलीधर बुरांडे को 8 मई को गिरफ्तार कर मूल अदालत में पेश किया गया।


बिजली तार के कारण से मौतों की घटनाएं बढ़ती जा रही है।
(विद्युत विभाग की अनदेखी का नतीजा, कहीं पर जंगली जानवर तो कहीं पर इंसानों की मौतें)
इसी तरह की घटना दिसंबर 2023 में सिंदेवाही वन परिक्षेत्र में मेंढा माल गांव में हुई थी जहां एक ढाई से 3 वर्ष उम्र का नर बाघ खेती में शिकार के लिए लगाए गए तार से करंट लगने से मृत पाया गया था। उसके पूर्व 3 अक्टूबर को जिले को शर्मसार करने वाली घटना हुई थी चंद्रपुर जिले में एक ही हाथी उड़ीसा से आए हुए हाथियों में से बिछड़ कर इलाके में शांतिपूर्वक रह रहा था। कि सिंदेवाही वन परिक्षेत्र के एक गांव चिटकी में किसान द्वारा लगाए गए विद्युत करंट से उसकी मौत हो गई थी। इस तरह जो घटनाएं उजागर होती है उसपर ही कार्रवाई की जाती है। मगर यह घटनाएं काफी चिंताजनक है जिसकी ओर वन विभाग और विद्युत विभाग ने गंभीरता से ध्यान देते हुए ऐसे अपराधों में लिप्त अपराधियों के खिलाफ कठोर से कठोर सजा का प्रावधान करना चाहिए। क्योंकि ऐसे खुले विद्युत तार छोड़ने से सिर्फ वन्य प्राणी ही नहीं तो अक्सर कई लोगों की जान जाने की घटनाएं सामने आती रहती है। जिस वजह से इस गंभीर मुद्दे की और ध्यान देते हुए विद्युत विभाग में जंगल से सटे खेत परिसरों में गस्त बढ़ाकर मुआयना करते रहना चाहिए।

वनविभाग जंगल या जंगल से सटे खेतों में अक्सर गस्त करते रहता है। मगर विद्युत विभाग के कर्मचारी इस विषय में उदासीन नजर आते हैं। जब तक कुछ अप्रत्याशित घटनाएं होती नहीं या फिर विद्युत तार टूटे नहीं तब तक उसे और ध्यान नहीं देते ऐसा लोगों का कहना है।

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