
चंद्रपूर (मोहम्मद सुलेमान बेग):
पिछले कुछ दिनो से चंद्रपुर सुपर थर्मल पावर स्टेशन (CSTPS) क्षेत्र में बाघों की आवाजाही में बड़ा बदलाव देखा गया है। पहले ये बाघ उर्जानगर, कोयना गेट नाला से लेकर राष्ट्रवादी नगर, नागपुर रोड के पास देखे जाते थे। लेकिन करीब 8-10 महीने पहले CSTPS क्षेत्र में एक बाघ हमले की घटना के बाद, वहां मौजूद सभी गाय, बैल और भैंसों को हटाने का ठेका दिया गया। सभी मवेशियों को हटाने के बाद, नए प्लांट में 8 और 9 नंबर बॉयलर को शुरू किया गया, जिससे बाघों के लिए इस क्षेत्र में शिकार की उपलब्धता कम हो गई।
परिणामस्वरूप, बाघों का मूवमेंट अब WCL क्षेत्र की ओर बढ़ गया है। इस क्षेत्र को अब बाघों के लिए “सेफ ज़ोन” माना जा रहा है। स्थानीय वन्यजीव प्रेमियों के अनुसार, इस बदलाव के बाद इलाके में कुछ असामान्य गतिविधियां भी देखी गई हैं। बताया जा रहा है कि हाल ही में “दवा गोली वालों” का एक टेंट इस क्षेत्र में लगा है, जो पहले नहीं था। बाघों की बढ़ती गतिविधियों के बाद इस टेंट का आना कई सवाल खड़े करता है।
इसके अलावा, WCL क्षेत्र में लगातार बाघों के दिखने की घटनाएं बढ़ रही हैं। वन्यजीव प्रेमियों का कहना है कि इस क्षेत्र में बाघों से जुड़े कई अनगिनत मामले सामने आ चुके हैं। ऐसे में वन विभाग और स्थानीय प्रशासन को सतर्क रहने की आवश्यकता है। वन्यजीवों की सुरक्षा और मानवीय जीवन की रक्षा के लिए इस क्षेत्र में विशेष निगरानी और सुरक्षा उपाय किए जाने की सख्त जरूरत है।
