भंडारा वन प्रभाग के अद्याल वन परिक्षेत्र के एक खेत के कुएं में दो वयस्क नर तेंदुए मृत सोमवार 15 फरवरी की सुबह पाए गए । शवों पर पोस्टमार्टम करने वाले पशु चिकित्सकों को संदेह है कि जानवरों को जहर दिया गया था और उन्हें कुएं में फेंक दिया गया था।
भंडारा और गोंदिया जिलों में तेंदुए और बाघों के अवैध शिकार के मामलों में तेजी है। जनवरी महिने में गोंदिया के गोरेगांव वन रेंज में उनके शरीर के अंगों के साथ दो तेंदुए मृत पाए गए थे। उससे पहले पिछले साल भी गोंदिया के चुटिया गांव में एक बाघ का शिकार हुआ था।
भंडारा के डिप्टी कंजरवेटर ऑफ फॉरेस्ट (DyCF) एस.बी. भलावी के अनुसार, पूर्व सरपंच मोहन घोगरे ने तेंदुए को कालवाड़ा में कुएं में मृतावस्था में तैरते हुए पाया गया। खेत एक झील के पास संरक्षित जंगल से 600 मीटर की दूरी पर है।
पशुचिकित्सा डॉ. गुनवंत भड़के ने कहा, ” हमें दुर्घटना या बिजली गिरने का कोई संकेत नहीं मिला। जानवरों के आंतरिक अंगों में परिवर्तन विषाक्तता की ओर इशारा करता है। जानवरों में से प्रत्येक के 5 नाखून भी गायब हैं। इन दो तेंदुओं में से एक की उम्र 5 साल और दूसरे की 8 साल थी।