जिल्हा प्रतिनिधि (यश कायरकर) :
तलोदी बालापुर वन परीक्षेत्र अंतर्गत गिरगांव बिट के कक्ष क्रमांक 535 संरक्षित वन में आज सुबह सिंधी काटने गए आदमी पर हमला कर गंभीर जख्मी कर दिया। घटना सुबह 7:30 की है जख्मी का नाम सुरेश पुंडलिक गुरनूले, (50) गिरगांव का रहिवासी है। गिरगांव बिट के वनरक्षक एस.एन. प्रधान, इन्होंने जख्मी को तात्काल सिंदेवाही ग्रामीण अस्पताल पहुंचाया जख्मी की गंभीर हालत को देखते हुए शिंदे भाई ग्रामीण अस्पताल से उन्हें चंद्रपुर रेफर किया गया है।
आज सुबह फिर तिसरी बार उसी बाघ ने किया आदमी पर हमला कर जख्मी कर दिया। कल दोपहर इसी बात ने गोविंदपुर वन क्षेत्र के कक्षा 5 वी कक्षा क्रमांक 70 में महुआ फूल चुने गए विरुद्ध विक्राबाई पांडुरंग खोबरागडे 72 को मार डाला था। इसके पहले इसी बाघ द्वारा येनुली (माल) के जंगल में कोजबी निवासी वृद्धा को भी गया था। इस तरह यह इस बाघ द्वारा इंसान पर हमले की तीसरी घटना है जो यह लोगों के लिए गंभीर चेतावनी और वन विभाग के लिए सिर दर्द बनती जा रही है । इसलिए लोगों द्वारा इस बाघ का बंदोबस्त करने की मांग उठ रही है। और वन विभाग को भी इस बाघ को जल्द से जल्द पकड़ना जरूरी हो गया है । यह युवा मादा बाघिन इंसानी मौत को के लिए इस परिसर में जिम्मेदार हो रही है । और इसकी आक्रामकता परिसर में दहशत फैला रही है।
बार-बार वन विभाग द्वारा लोगों को समझाया जा रहा है महुआ फूल चुनने और जंगल में जलाऊ लकड़ियां काटने इकट्ठा करने और सिंधी काटने से मनाई की जा रही है। और सावधानी बरतने की लोगों को चेतावनी दी जा रही है। वन विभाग लोगों के ना समझी के सामने हतबल नजर आ रहा है । लोगों का तेंदूपत्ता महुआ फूल इकट्ठा करने का मोह नहीं छूट पा रहा है। और आए दिन इस तरह की वारदातें घट रही है । फिर भी लोग वन विभाग के बातों पर गंभीरता से ध्यान नहीं दे रहे हैं । और लोग अपनी जान खतरे में डालकर घने जंगल में दूर दूर अंदर तक घुस आते हैं।और अपनी जान गंवा बैठते हैं। इस तरह की घटनाओं में इस वर्ष अब तक बाघ के तेंदुए के हमले में 12 मौतें हो चुके हैं और इस महीने भर में 5 लोग अपनी जान गवा चुके हैं।
जो भी हो अभी जल्द ही तेंदू पत्तों का संकलन का सीजन आने वाला है, जिसके चलते और बड़ी वारदातें घटने की संभावना को नकारा नहीं जा सकता। इसलिए अब तलोधी वन परिक्षेत्र के इस मादा युवा बाघीन का बंदोबस्त करना जरूरी हो गया है।