चंद्रपूर :
देश के 52 बाघ परियोजनाओ के कोर झोन के पर्यटन गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए फरवरी में NTCA ने पत्र जारी किया था। इसमें सभी टाइगर रिजर्व के कोर क्षेत्र में नो एंट्री झोन बनाने का, सफारी वाहनों के लिए वन वे करने का और पर्यटकों के वाहनों में दिए गए GPS सिस्टम और गति सीमा का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए ऐसा था।
इस विषयपर देश के सभी मुख्य वन संरक्षको (वन्यजीव) से 9 मार्च को दुरभाष हुई चर्चा मे स्पष्ट हुआ कि टाइगर रिजर्व के उन्हीं को क्षेत्रों में जंगल सफारी की जाएंगे जिन्हें (टाइगर कंजर्वेशन प्लान) TCP मे उल्लेख किया गया है इसके अलावा दूसरे क्षेत्र में पर्यटन करने की अनुमति नहीं दी गई है।
NTCA ने कोर झोन बंद के निर्णय से देश के आधे से ज्यादा राज्यो के वन सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारीयो के सामने NTCA के फैसले पर नाराजगी जताई और साथ ही सुझावो पर विचार किये बगैर कोई निर्णय उचित नही है। NTCA कोर झोन मे पर्यटन को धीरे धीरे समाप्त किया जाएगा जिससे सभी बाघ परियोजनाओ के कोर झोन से जुड़े टूरिस्ट गाइड, जसे जिप्सी मालक – चालक और रिसोर्ट संचालको इन सबके रोजगार के बारे मे सोचते हुए NTCA ने कोर झोन बंद के निर्णय को वापस लिया है।