गोंदिया वन क्षेत्र में मृत पाया गया T-14 बाघिन का शावक, संक्रमण से मृत्यु का संदेह

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भंडारा : जिला प्रतिनिधी (आज़र हुसैन)
गोंदिया वन विभाग के दासगांव बीट/गोंदिया वन परिक्षेत्र के कोहका-भानपुर क्षेत्र के कक्ष क्रमांक 1020 RF, गट नंबर 312 में एक बाघ का शव दिनांक 14 जनवरी 2025 को सुबह लगभग 11 बजे स्थानीय निवासियों को एक बाघ मृत अवस्था में दिखाई दिया।
उन्होंने तुरंत इसकी जानकारी वनविभाग और संबंधित संस्थाओं को दी। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची और स्थिति का निरीक्षण किया।
मृत बाघ अर्धवयस्क नर है। पहचान के आधार पर यह पुष्टि हुई कि यह बाघ T-14 बाघिन का लगभग 20 महीने का शावक है। T-14 बाघिन अपने शावकों के साथ नागझिरा के पूर्वी हिस्से में रहती थी। कुछ दिन पहले, यह नर शावक बड़े नर बाघ के डर से अपना क्षेत्र छोड़कर दूसरे इलाके में चला गया था।

मृत्यु का कारण

प्रारंभिक जांच में बाघ की मौत संक्रमण (इन्फेक्शन) के कारण होने का संदेह जताया गया है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए कुडवा स्थित वन विभाग के वन उद्यान परिसर में लाया गया

और विस्तृत जांच के लिए बाघ के अंगों को लैब भेजा जाएगा।
घटनास्थल पर मौजूद वन विभाग के अधिकारी प्रमोद पंचभाई  उपवनसंरक्षक, गोंदिया, प्रीतम सिंह कोडापे विभागीय वनअधिकारी (दक्षता), योगेंद्र सिंह, सहायक वनसंरक्षक सचिन डोंगरवार, सहायक वनसंरक्षक, अपर्णा पाटिल, सहाय्यक वनसंरक्षक, सावन बहेकार, मानद वन्यजीव रक्षक, दिलीप कौशिक वनपरिक्षेत्र अधिकारी, श्रीकांत कांबले तहसीलदार, अनिल दशेरिया  NTCA प्रतिनिधि.

इसके अतिरिक्त सेवा संस्था के सुशील बहेकार, डीलेश कुसराम, और पुलिस विभाग से पुलिस निरीक्षक ढाले व संजय तेकाम भी मौके पर मौजूद थे।

पोस्टमॉर्टम प्रक्रिया
पोस्टमॉर्टम पशु चिकित्सा अधिकारियों डॉ. देवेंद्र कटरे, डॉ. मेघराज तुलावी, और डॉ. कृपान युइके की टीम ने किया।
पूरी प्रक्रिया वनविभाग की टीम और विशेषज्ञों की निगरानी में पूरी पारदर्शिता के साथ संपन्न हुई।

निष्कर्ष :
मृत बाघ की विस्तृत जांच रिपोर्ट आने के बाद ही मृत्यु का सही कारण स्पष्ट होगा। वन विभाग और पुलिस टीम मामले की गहन जांच कर रही है। वन्यजीव संरक्षण के लिए यह घटना एक गंभीर विषय है और इससे संबंधित सतर्कता बढ़ाने की आवश्यकता है।

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