मोहर्ली वनपरिक्षेत्र अधिकारी संतोष थिपे को स्वर्ण पदक से सम्मानित

0
655

चंद्रपूर (मोहम्मद सुलेमान बेग):
वन संसाधनों की प्रभावी ढंग से रक्षा और संरक्षण करने वाले वन अधिकारियों को राज्य सरकार द्वारा प्रतिवर्ष सम्मानित किया जाता है।
वर्ष 2019-20 के लिए स्वर्ण पदक की मान्यता में पुरस्कार की घोषणा राज्य सरकार की ओर से मोहर्ली बफर झोन के वनपरिक्षेत्र अधिकारी संतोष थिपे की हुई है।
यह पुरस्कार वनविभाग में उत्कृष्ट सेवा देने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों का मनोबल बढ़ाने के लिए दिया जाता है।  मुख्य वनसंरक्षक इस पुरस्कार के लिए अनुशंसा करते हैं।
उसके लिए संबंधित अधिकारियों का चरित्र, तकनीकी दक्षता, गुणवत्ता आदि को देखा जाता है।
संतोष थिपे पहले चंद्रपुर और बल्लारपुर वन क्षेत्रों में काम कर चुके हैं और  ड्यूटी के दौरान तेंदुए ने उन पर हमला कर दिया।
उन्होंने तेंदूए को बहादुरी से लौटाया। इस बात पर तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पत्र भेजकर उनकी सराहना की थी।
इसके अलावा बाघ के हमले में मारे गए लोगों के परिवारों को तत्काल मदद पहुंचाने की उनकी कोशिश हमेशा सुर्खियों में रही है। उन्होंने जन वन विकास योजना के तहत सेना में भर्ती के लिए 50 युवाओं को प्रशिक्षण दिया।
इसके साथ ही उन्होंने ताड़ोबा मोहर्ली बफर वनक्षेत्र के जुनोना,आगरझरी,देवाडा प्रवेश द्वार के 40 गाइड को अंग्रेजी का प्रशिक्षण दिया। इसके अलावा वे कई सामाजिक गतिविधियों में हमेशा अग्रणी रहते हैं।
वन विभाग ने उनके काम पर ध्यान दिया और उन्हें स्वर्ण पदक से सम्मानित किया। इस वर्ष चंद्रपुर वनक्षेत्र के सहायक वन संरक्षक बापू येळे को रजतपदक देने की घोषणा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here