चंद्रपूर : प्रतिनिधी
विश्व प्रसिद्ध ताडोबा-अंधारी व्याघ्र प्रकल्प में आने वाले पर्यटकों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इसलिए, एक ही गेट से होनेवाली भीड़ से निजात पाने के नया प्रवेशद्वार खोला गया है। उपसंचालक (बफर) के तहत चिमूर तहसील के पलासगाँव वन अभ्यारण्य में बेलारा गोंडमोहली पर्यटन और पलासगाँव गावं के तालाब मे बोटिंग नए साल मे शुरू किया गया है।
गेट का उद्घाटन आर. एन. थेम्सकर वनपरिक्षेत्र अधिकारी के हाथों में हुआ। गाँव के बेरोजगार युवाओं को इस पर्यटन के माध्यम से नया रोज़गार मिलेगा। यही नहीं इससे पर्यटकों की संख्या में वृद्धि भी होगी।
यहां आनेवाले पर्यटक पर्यटन क्षेत्र में जैव विविधता और वन्यजीवों का अध्ययन करने के साथ-साथ वन्यजीवों के देखने का आनंद ले सकेंगे। चिमुर के पलसगांव गेट से नाइट सफारी भी शुरू हो गई है। इसके माध्यम से गांव के 30 से 35 स्थानीय बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिला है। वहीं पर्यटकों में इसका आकर्षण बढ़ता दिख रहा है।
इस पर्यटन ने नए जिप्सी, गाइड, टिकट काउंटर, चौकीदार को रोजगार भी दिया हैं। इस गेट के माध्यम से और भी रोजगार के अवसर मिलने की उम्मीद है।
वन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि इसके उद्देश्य में ही पर्यटन और बोटिंग के माध्यम से अधिक से अधिक बेरोजगार युवाओं को रोजगार प्रदान करने का विचार था। इस अवसर पर पर्यटक मार्गदर्शक, ग्रामीण और पर्यटक उपस्थित थे।