
वनमंत्री सुधीर मुनगंटीवार के निर्देशानुसार जारी शासनादेश
मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम करने के लिए उपाय
चंद्रपूर (मोहम्मद सुलेमान बेग) :
मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम करने के लिए ब्रह्मपुरी वन प्रमंडल के कुल ६२ संवेदनशील गांवों को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जन-वन विकास योजना के तहत १५ करोड़ ५० लाख रुपये का अनुदान स्वीकृत किया गया है।
वनमंत्री सुधीर मुनगंटीवार के निर्देशानुसार उक्त ६२ ग्रामों के लिए प्रत्येक को २५-२५ लाख रू. १५ करोड़ ५० लाख रु. शासन के निर्णय दि. १ दिसंबर २०२२ के अनुसार राशि का वितरण किया गया है।
ब्रह्मपुरी वनविभाग का क्षेत्र जंगल से घेरा हुआ है और साथ ही ताडोबा अंधारी बाघ प्रकल्प के क्षेत्र से सटा हुआ है तथा ब्रह्मपुरी वनविभाग का कार्यक्षेत्र डिस्पर्सल क्षेत्र के अंतर्गत आता है, यह क्षेत्र जंगल और वन्यजीव से बहुत समृद्ध है।
उक्त जंगल क्षेत्र के पास बड़ी संख्या में गांव स्थित होने के कारण ब्रह्मपुरी वनविभाग में लगातार मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटनाएं हो रही हैं।
इसमें मानवहानी, मानव का जखमी, पशुधन हानी, पशुधन जखमी, फसल के नुकसान के मामले बड़े पैमाने पर हैं। जिससे स्थानीय नागरिकों में असंतोष बढ़ता जा रहा है। मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम करने के लिए जंगल से सटे गांवों के लोगों की जंगल पर निर्भरता को कम करना जरूरी है।
इसके लिए डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जन-वन विकास योजनान्तर्गत गाव का चयन करते हुए मार्ग के गाव का चयन किया गया है।
इस संबंध में स्थायी उपाय करने के लिए उक्त ६२ गांवो को कुल रू १५ करोड़ ५० लाख की धनराशि प्रति गांव रू २५ लाख स्वीकृत एवं वितरित किया गया है।
इनमें ब्रह्मपुरी वनविभाग के अंतर्गत नागभीड़ तालुका के बनवाही माल, डोंगरगांव, तिवर्ला तूकूम, खडकी, कान्पा, विलम, म्हसली, बिकली, कसर्ला, कोरंबी, पेंढरी, नवखळा, रेंगातूर, कुनघाडा चक, कोदेपार, वासाळा मक्ता, मिंडाळा, कोसंबी गवळी, वासाळा मेंढा, कन्हाळगांव, वलनी, सावर्ला, उमरगांव, खरकाडा, राजोली बोंड, पारडी, सोनूर्ली, नवानगर, येनोली कोट, बाळापूर, गोविंदपूर, सोनापूर, येनोली माल, वैजापूर, कोजबी माल, नांदेड, झाडबोरी, बोडधा, लोहारा, रामपूर, सावरगांव, उपरपेठ साथही ब्रम्हपूरी तालुका में मरारमेंढा, दिघोरी, सावरदंड चक, बरडकिन्ही, तळोधी खुर्द, रानबोथली, चक बोथली, गवर्ला चक, विकासनगर, कोरेगांव रिठ, रामपुरी, बेलदाटी, मुडझा, आवळगांव, कोसंबी, पवनपार, सायगांव, एकारा, चिकटबोदरा, बोद्रा ये ६२ गांव शामिल हैं।
