
चोरा तिरवंजा जंगल सफारी 19 फरवरी 2021 से चंद्रपुर वनविभाग के तहत भद्रावती वनक्षेत्र में चोरा गांव में शुरू हुई। बल्लारपुर-कारवा जंगल सफारी शुरू करने के बाद, अब चोरा-तिरवंजा क्षेत्र में जंगल सफारी पर्यटकों के लिए खोल दी गई है। यह प्रादेशिक वनविभागा में शुरू की जाने वाली देश की पहली ऐसी पहल है।
ग्रामीण क्षेत्रों में सक्रिय लोगों की भागीदारी और प्रबंधन के साथ, मानव और वन्यजीव सह-अस्तित्व की स्थापना और वन वनों को संरक्षित करके लोगों और वन की निर्भरता को कम करने और जंगलों के माध्यम से ग्रामीण लोगों को रोजगार प्रदान करने के लिए शुरू किया गया।
इस क्षेत्र में बाघ, तेंदुए, भालू, जंगली बिल्लि, चीतल, सांभर, नीलगाय, चौसिंगा, जंगली कुत्ते, जंगली सूअर, और विभिन्न प्रकार के पौधे और पक्षी, साथ ही साथ रंगबिरंगी तितलियाँ भी शामिल हैं।
इस क्षेत्र में क्षेत्र में बड़े पैमाने में जैव विविधता है। प्रारंभ में, निजी वाहनों को पर्यटन में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी और भविष्य में पंजीकृत वाहनों को ही छोड़ा जाएगा ।
चोरा तिरवंजा जंगल सफारी नागपुर से 136 किमी और चंद्रपुर से 40 किमी दूर पर है।
सफारी के लिए प्रवेश शुल्क 500 रुपये और गाइड शुल्क रु 350 होगा। 10 स्थानीय युवाओं को पर्यटक मार्गदर्शक के रूप में चुना गया है। उनकी ट्रेनिंग जल्द पूरी होगी। स्थानीय लोगों को जिप्सी चालकों के रूप में भी मौका दिया गया है।
mytadoba.org की ऑनलाइन बुकिंग साईड पर जल्द ही शुरू करने की कार्यवाही चल रही है।
उदघाटक सौ.प्रतिभा धानोरकर आमदार, प्रमुख उपस्थिती एन आर प्रवीण मुख्य वनसंरक्षक,चंद्रपूर वनवृत्त, चंद्रपूर, मारोती गायकवाड जि. प. सदस्य महेश ठोंगे पंचायत समिती सदस्य, सौ संगीताताई खिरडकर सरपंच ग्रामपंचायत चोरा, निवारा लखमावाड सहाय्यक वनसंरक्षक तेंदु, चंद्रपूर वन विभाग, माधव जीवतोडे, सुधीर मुडेवार आदि उपस्थित थे।
