
भुवनेश्वर: ओडिशा के सिमिलिपाल टाइगर रिजर्व (STR) में दुर्लभ मेलेनिस्टिक बाघ के शिकार के मामले में वन विभाग ने चार और आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिससे कुल गिरफ्तारियों की संख्या 10 हो गई है।
12 जनवरी को टेंटुलिया गांव में छापेमारी के दौरान बाघ की खाल बरामद हुई। पूछताछ में खुलासा हुआ कि यह नर बाघ (लगभग 18 महीने पुराना) बंदूक की गोली से मारा गया था।
कैसे पकड़े गए शिकारी?
सिमिलिपाल में लगे AI सक्षम कैमरों और खुफिया जानकारी के आधार पर आरोपियों की पहचान हुई। पहले गिरफ्तार आरोपियों से नाखून और दांत बरामद हुए थे, जो संभवतः बाघ या तेंदुए के थे।
गिरफ्तार आरोपी:
- अजंबर नाइक (तेंताला गांव)
- पीतांबर नाइक (तेंताला गांव)
- रामा नाइक (तेंताला गांव)
- बैरम मुर्मू (बालीघाट गांव, उदाला थाना, मयूरभंज)
सिमिलिपाल में मेलेनिस्टिक बाघ क्यों खास हैं?
AOTE 2023-24 रिपोर्ट के अनुसार, सिमिलिपाल में 27 बाघ और 12 शावक हैं, जिनमें से 13 वयस्क बाघ छद्म-मेलेनिस्टिक हैं। यह दुर्लभ जीन म्यूटेशन दुनिया के किसी अन्य जंगल में नहीं देखा गया है।
बाघों की सुरक्षा के लिए नई पहल
बाघों की आनुवंशिक विविधता बढ़ाने के लिए पुनर्वास कार्यक्रम चलाया जा रहा है। हाल ही में, एक बाघ को महाराष्ट्र से लाकर सिमिलिपाल में छोड़ा गया था। वन विभाग ने सुरक्षा बढ़ाने और AI निगरानी सिस्टम को और मजबूत करने की बात कही है।
(वन्यजीव संरक्षण हमारी जिम्मेदारी है। कोई भी संदिग्ध गतिविधि दिखे, तो तुरंत वन विभाग को सूचित करें।)
