
जिला प्रतिनिधी (यश कायरकर) :
ब्रह्मपुरी वन विभाग के नागभीड़ वनपरिक्षेत्र के रान (परसोडी) क्षेत्र में बाघ के हमले से एक किसान गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना पारडी (ठवरे) गांव के मिंडाला राउंड, कोसंबी बीट की है, जहां 42 वर्षीय किसान गुरुदेव पुरुषोत्तम सारये आज, दिनांक 10 जनवरी 2025, दोपहर 1 से 1:30 बजे के बीच अपने खेत में काम कर रहे थे।
इसी दौरान अचानक बाघ ने उन पर हमला कर दिया। हमले में किसान को गंभीर चोटें आईं, जिसके बाद उन्हें तुरंत ब्रह्मपुरी के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है और उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है।
घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंचे और क्षेत्र में गश्त तेज कर दी गई है। ग्रामीणों में इस घटना के बाद भय का माहौल है। वन विभाग ने किसानों और स्थानीय निवासियों से सतर्क रहने की अपील की है।
चार दिन पहले हुई दो बाघों की लड़ाई में एक बाघ गंभीर रूप से घायल हो गया था। बताया जा रहा है कि यह बाघ पिछले आठ दिनों से भूखा था और बड़े शिकार करने में असमर्थ हो गया था। इसी वजह से उसने इंसान को अपना शिकार बना लिया।
घटना ब्रह्मपुरी वन विभाग के नागभीड़ वनपरिक्षेत्र की है, जहां घायल बाघ ने पारडी (ठवरे) गांव में खेत में काम कर रहे 42 वर्षीय किसान गुरुदेव पुरुषोत्तम सारये पर हमला कर दिया। यह घटना 10 जनवरी 2025 को दोपहर करीब 1 से 1:30 बजे के बीच हुई। हमले में गंभीर रूप से घायल किसान को ब्रह्मपुरी के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है।
ग्रामीणों में बढ़ा भय, बाघ को पकड़ने की मांग
इस घटना के बाद ग्रामीणों में डर का माहौल है। किसान फसल के काम के कारण खेतों में जाने को मजबूर हैं, लेकिन बाघ के हमलों ने उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। स्थानीय लोगों ने वन विभाग से घायल बाघ को तुरंत पकड़कर सुरक्षित स्थान पर भेजने की मांग की है।
वन विभाग की सक्रियता
वन विभाग की टीम घायल बाघ की गतिविधियों पर बारीकी से नजर रख रही है। अधिकारी लगातार क्षेत्र में गश्त कर रहे हैं और किसानों व ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए वन विभाग ने बाघ को जल्द से जल्द काबू में करने की योजना बनाई है। यदि बाघ को समय रहते सुरक्षित स्थान पर नहीं ले जाया गया, तो उसके द्वारा स्थानीय लोगों को निशाना बनाने की आशंका बढ़ सकती है। विभाग ने क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ाने के लिए गश्ती दलों की संख्या भी बढ़ा दी है।
