जिला प्रतिनिधि (यश कायरकर):
ब्रह्मपुरी वन विभाग के अंतर्गत आने वाले सिंदेवाही वन क्षेत्र के डोंगरगांव बीट, आरक्षित वन कक्ष क्रमांक 252 में डोंगरगांव के निवासी विलास तुलसीराम मडावी (47) की बाघ के हमले में मौत हो गई। यह घटना आज सुबह के समय सामने आई।
विस्तृत रिपोर्ट के अनुसार, धान कटाई का मौसम होने के कारण खेतों में धान काटने के बाद उसे बंडल बनाने के लिए मजदूर जंगल से सिंधी घास काटकर लाते हैं। इसके लिए आज डोंगरगांव के चार-पांच लोग जंगल में सिंधी घास लाने गए थे। गांव के पास ही घास के झाड़ होने के बावजूद कम समय में ज्यादा मात्रा में घास पाने के लिए घने जंगल में चले गए, जहां बाघ का निवास था। इसी दौरान वहां मौजूद बाघ ने हमला कर दिया, जिससे यह घटना हुई।
घटना की सूचना मिलते ही सिंदेवाही पुलिस और वन विभाग के अधिकारी विशाल सालकर के साथ पूरी टीम मौके पर पहुंची। घटनास्थल का निरीक्षण कर मृतक के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सिंदेवाही के ग्रामीण अस्पताल भेजा गया। वन विभाग की ओर से तत्काल सहायता के रूप में परिवार को 25 हजार रुपये की मदद दी गई।
घटनास्थल पर कैमरा ट्रैप लगाकर क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी गई है। वन विभाग ने सुझाव दिया है कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हो, इसके लिए आसपास के लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए। साथ ही, लोगों ने बाघ का जल्द से जल्द प्रबंध करने की मांग भी की है।
विशेष रूप से, इसी क्षेत्र में तेंदूपत्ता के मौसम के दौरान इसी गांव के वेटे नामक व्यक्ति की भी बाघ के हमले से मौत हो गई थी। तब से सिंदेवाही वन क्षेत्र के अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों को जंगल में प्रवेश न करने की बार-बार चेतावनी दी जा रही है और सावधानी बरतने के निर्देश दिए जाते रहे हैं। इसके बावजूद, लोग इन निर्देशों को अनदेखा कर घने जंगल में प्रवेश करते हैं और इस प्रकार की घटनाओं को आमंत्रित करते हैं। इसलिए, ऐसी घटनाओं से बचने के लिए जंगल में नियमों का पालन करना आवश्यक है। यह बात वन क्षेत्र अधिकारी विशाल सालकर ने कही।