चंद्रपूर (मोहम्मद सुलेमान बेग) :
जग प्रसिद्ध ताडोबा अंधारी व्याघ्र परियोजना के अंतर्गत आने वाले मोहर्ली गांव में विद्युत प्रवाह लगातार बाधित हो रहा है, जिससे मोहर्ली के ग्रामवासियों में नाराजगी देखी जा रही है। साथ ही, देश-विदेश से आने वाले पर्यटक रिसॉर्ट और होमस्टे में रातभर अंधेरे में रहते हैं, जिससे ताडोबा की छवि खराब हो रही है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर के विद्युत केंद्र के मुधोली और पद्मापुर सब स्टेशन के लिए मोहर्ली से पद्मापुर तक के विद्युत प्रवाह को अंडरग्राउंड करने के लिए 17 करोड़ खर्च कर पालक मंत्री माननीय सुधीर मुनगंटीवार का सपना अधूरा होते नजर आ रहा है। पिछले 2021-22 में मोहर्ली के ग्रामवासियों ने सुधीर मुनगंटीवार की लोक अदालत में अंडरग्राउंड विद्युत प्रवाह शुरू करने का निवेदन दिया था और उस पर सुधीर मुनगंटीवार के प्रयासों से अंडरग्राउंड विद्युत प्रवाह शुरू किया गया। हालांकि, कुछ ही दिनों में यह विद्युत प्रवाह फिर से बाधित हो गया और फिर से मुधोली से विद्युत प्रवाह शुरू किया गया। अंडरग्राउंड विद्युत प्रवाह शुरू करते समय यह कहा गया था कि मोहर्ली का विद्युत प्रवाह कभी बाधित नहीं होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। 17 करोड़ खर्च कर अंडरग्राउंड विद्युत प्रवाह करने का सुधीर मुनगंटीवार का जो सपना था, वह सपना अधूरा ही रह गया।
इसके अलावा, मोहर्ली में विद्युत प्रवाह लगातार कमजोर रहने के कारण घर के उपकरण जैसे फ्रिज, टीवी, एसी और पंखे खराब होते नजर आ रहे हैं। जब भी बिजली के संदर्भ में लाइनमैन को फोन किया जाता है तो वह स्विच ऑफ रहता है या हमेशा व्यस्त बताता है। ऐसी स्थिति में संपर्क करना मुश्किल हो जाता है। बिजली विभाग का बोगस करोबार नजर आ रहा है इसलिए, विद्युत विभाग से अनुरोध है कि जल्दी से जल्दी अंडरग्राउंड विद्युत प्रवाह शुरू कर मोहर्ली का विद्युत प्रवाह को स्थिर करें और लाईनमन मोहर्ली गावं मे रहने वाला हो और साथ ही मोहर्ली गांव में जो लाखो रुपये खर्च कर सुधीर भाऊ के सहयोग से स्ट्रीट लाइट्स लगाई गई हैं, उन्हें भी चालू किया जाए, केवल दिखावे के लिए न रखकर उसका सबको लाभ हो ऐसा गांव के नागरिकों का कहना है।
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