
मोहम्मद सुलेमान बेग : 21 फरवरी गुरुवार रोज केंद्रीय पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने देश में तेंदूए की गणना का अहवाल जारी किया है, जिसके अनुसार संरक्षित वन क्षेत्रों में तेंदूए की अनुमानित संख्या 13,874 है ।
तेंदुआ सूचकांक में मध्यप्रदेश देश में नंबर एक, महाराष्ट्र दूसरे और कर्नाटक तीसरे स्थान पर है। देश के विभिन्न राज्य वन विभागों और NTCA, WII संस्थान की मदद द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट के अनुसार, महाराष्ट्र के संरक्षित वन क्षेत्रों में तेंदुओं की संख्या लगभग 1985 बताई गई है। जिस से 122 तेंदुओं की संख्या जोड़ा गया है जो यह दर्शाता है कि 2018 साल में यह संख्या 1690 थी।
राज्य के संरक्षण क्षेत्रों में करीब 75% संख्या है, उन संरक्षित वन क्षेत्रों के बाहर रहने का महत्वपूर्ण उल्लेख अहवाल में किया गया है।
राज्य के कुल तेंदुआ जनसंख्या में से 1985 को लेकर, मेलघाट में 233 सबसे अधिक तेंदुआ हैं, ताडोबा में 148, नवेगांव में 140, सह्याद्री में 135 और पेंच में 102 के बाद आता है। महाराष्ट्र में मानव-तेंदूए संघर्ष और तेंदूए के अंगों की तस्करी के मुख्य खतरे हैं।
