30 दिनों में 3 गोह (Monitor lizard) और 40 से अधिक साँपों को जीवन दिया गया; (‘स्वाब’ संस्थान के सर्पमित्र द्वारा दिया गया जीवन)

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चंद्रपूर (मोहम्मद सुलेमान बेग) : वन्यजीव और पर्यावरण संरक्षण के कार्य करने वाले कई संस्थान हैं जो अपने क्षेत्र मे कार्य कर रहे है ऐसी ही एक ‘स्वाब’ नामक संस्थान पिछले 9 ब्रम्हपुरी वन विभाग के तलोधी, सिंदेवाही क्षेत्र में वर्षों से उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं। जो वन्यजीव सुरक्षा, मानव वन्यजीव संघर्ष के बारे में जागरूकता, प्लास्टिक मुक्त पर्यावरण अभियान, जैवविविधता संरक्षण आदि पर काम करते हैं। यह संस्थान जानकारी की आधार पर शिक्षा, प्रशिक्षण आयोजित करती हैं लोगों को वन्यजीव सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूक करती हैं। और स्थानीय समुदायों को सहायता प्रदान करती हैं।

हालही मे बरसात में ‘स्वाब’ संस्था द्वारा 30 दिनो में विभिन्न स्थानों पर, घरों के तबेले में रहने वाले 3 गोह Monitor lizard, 27 नाग, मन्यार, घोणस, ऐसे विषैले और फार्स्टन कैट स्नेक के साथ, कामन मांजर्या ऐसे निमविषारी, अन्य धामन, धुरनागीन, तस्कर, रुका, वाळा, कवळ्या, कुकरी, डुरक्या घोणस, जैसे अन्य बिन विषैले साँपों को घर के परिसरों में पकड़कर उन्हें वन विभाग के सहयोग से जंगल में सुरक्षित स्थान पर छोड़ दिया गया।
वर्तमान में लगातार बारिश के कारण सांपों के बिल में पानी जमा होता है और वे सुरक्षित स्थानों की तलाश में आसपास के घरों में आ जाते हैं। इसके कारण बारिश के दिनों में लोगों को बड़ी संख्या में सांप दिखाई देते हैं और लोग सांप देखते ही स्थानीय सर्पमित्र को मदद के लिए बुलाते हैं।
इसके परिणाम स्वरूप, तळोधी बालापुर वन परिक्षेत्र में कार्यरत SWAB संस्थान के सर्पमित्र सदस्य जिवेश सयाम, यश कायरकर, और महेश बोरकर को आसपास के परिसर में स्थित गांवों से हमेशा फोन आते है और वे उनकी मदत करने घटना स्थल जाकर बिना नुकसान पहुंचाए सांपों को पकड़ उन्हें सुरक्षित स्थान पर छोड़ देते हैं।
इसके अलावा SWAB संस्थान के सदस्य सांपों को पकड़ने के लिए सिंदेवाही, चिमूर तालूका में 20 से 30 कि.मी. की यात्रा करते हैं क्योंकि सिंदेवाही तालुका में कोई सांप मित्र नहीं हैं।
इस कालावधी में, उन्होंने लोक विद्यालय तळोधी, व्यंकटेश राईस मिल वलनी, विकास बोरकर सावरगाव जैसे विभिन्न स्थानों पर 3 गोह (मॉनिटर लिजर्ड) पकड़कर, इसके साथ ही विभिन्न स्थानों में कुल 27 नाग, मन्यार, घोणस और अन्य विषैले और बिन विषैले जैसे विभिन्न सापों को भी पकड़कर, ‘स्वाब’ संस्थान के सदस्य जैसे सर्पमित्र जिवेश सयाम, महेश बोरकर, यश कायरकर, विकास लोनबले, वेदप्रकाश मेश्राम, नितीन भेंडाळे ने इन विभिन्न सापों की रिपोर्ट वन विभाग में की और उन्हें सुरक्षित स्थान पर छोड़ दिया।
इस समय, तळोधी (बा) क्षेत्र के सहाय्यक वाळके साहेब, तळोधी बा. के वनरक्षक संतोष पेंदाम, आलेवाही बिट के वनरक्षक पंडित मेकेवार, और गंगासागर हेटी के वनरक्षक भरने, की मौजूदगी मे गोह और सापों को जंगल में सुरक्षित स्थान पर छोड़ दिया गया।
उनके इस काम की वनविभाग और स्थानीय लोगों द्वारा सराहना की जा रही है।

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