भारत में पाए जाने वाले केंटिश प्लोवर्स की उप-प्रजाति (C. a. seebohmi)

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मोहम्मद सुलेमान बेग : Kentish Plover (Charadrius alexandrinus) का एक subspecies C. a. seebohmi है जो एशिया के तटवर्ती इलाकों में पाया जाता है। यह भारत, श्रीलंका, बांग्लादेश, पाकिस्तान और थाईलैंड जैसे देशों में भी पाया जाता है। इस subspecies के पंख और शरीर का रंग पूरी तरह से एक समान नहीं होता है। कुछ क्षेत्रों में यह पूरी तरह सफेद पंखों वाला होता है, जबकि कुछ अन्य क्षेत्रों में उसके पंख भूरे या स्लेटी भी हो सकते हैं।

केंटिश प्लोवर का रंग और साइज सभी जगह पर लगभाग समान होता है, लेकिन ये अलग-अलग स्थान के अनुसर थोड़ा अलग-अलग भोजन करते हैं।  इनके अलावा इनके पालन-पोषण के तारिके और जीवन शैली में भी थोड़ा फरक हो सकता है।
केंटिश प्लोवर के ब्रीडिंग सीजन के समय, ये परिंदे अपने भोजन के लिए उपयुक्त भूमि को छोड़, सैंडी या बजरीली बीच या कोस्टल एरिया में अपने घोंसले बनाते हैं।

केंटिश प्लोवर (चाराड्रियस एलेक्जेंड्रिनस) का कुछ उप-प्रजाति भारत में भी पाए जाते हैं।  इनमे से कुछ प्रमुख उप-प्रजाति C. a. dealbatus, C. a. alexandrinus, C. a. seebohmi, C. a. nivosus है।
इन उप-प्रजातियों में का रंग और आकार थोड़ा अलग-अलग हो सकता है, लेकिन इनकी जीवन शैली और भोजन लगभाग समान होती है।

केंटिश प्लोवर (चाराड्रियस एलेक्जेंड्रिनस) भारत में ब्रीड करते हैं।  यह चिड़िया इंडिया के कुछ तत्ववर्ती इलाके में, जैसे कि कच्छ (गुजरात) का रण और चिल्का लेक (ओडिशा) में ब्रीड करता है और महाराष्ट्र के चंद्रपूर जिले के ताडोबा अंधारी व्याघ्र प्रकल्प से सटे हुए इरई धरण के तटवर्ती इलाको मे भी पायी जाती है। और साथ ही सिंदेवाही मे भी पायी जाती है। जिले के पक्षीमित्र सुलेमान बेग, रोशन धोतरे एवं रुंदन कातकर ने इस इलाको मे केंटिश प्लोवर को पिछले चार साल से दिखाई दे रहा है। यहा जो केंटिश प्लोवर पाये जाते है वह C. a. seebohmi उप-प्रजाति है। जो यहा ब्रीड करते है।

भारत में केंटिश प्लोवर कच्छ का रण, गुजरात में बड़े पैमाने पर पाया जाता है और यहां पर पांच साल तक आधार रह सकती है। चिलिका झील, ओडिशा के तट पर पाई जाती है और यहां पर शिकार के लिए आती है। साथ ही भीतरकणिका राष्ट्रीय उद्यान, ओडिशा यह एक अन्य स्थल है जहां केंटिश प्लोवर पाई जाती है।  इस प्रकार के कुछ और स्थल भारत में भी हैं, जैसे कि महाराष्ट्र के ग्रेट इंडियन बस्टर्ड सैंक्चुअरी और राजस्थान के केवलादेव नेशनल पार्क है।

केंटिश प्लोवर छोटे कीतले, मछली, और खुदरा जंतुओं से भोजन करती है।  यह कुछ विशेष लक्षणों से पहचानी जाती है, जैसे की सफेद पेट और ज्यादा शनिवार परने वाली पंखुड़ियां। यह चिड़िया समुद्र तटवर्ती इलाको में भी पाई जाती है और इसके शिकार होने के कारण खतरों के घिरने से बच्ची रखने के लिए इसके लिए संरक्षण प्रयासों की जरूरत है।

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