
यश कायरकर (जिल्हा प्रतिनिधी): ब्रम्हपुरी वन विभाग ब्रम्हपुरी के अंतर्गत आने वाले नागभीड वन परिक्षेत्र के घोड़ाझरी अभयारण्य के हुमा बिट के कक्ष क्रमांक 643 में किसी अन्य बात से संघर्ष में लगभग ढाई साल उम्र का नर बाघ मारा गया।
घोड़ाझरी अभयारण्य के अंदर आने वाले कक्ष क्रमांक 643 में गस्त के दौरान एक मृत अवस्था में बाघ दिखाई दिया । वन विभाग द्वारा तुरंत ही मौके पर पहुंचकर का पंचनामा कर शव विच्छेदन किया गया। प्राथमिक जांच के अनुसार यह बाघ शावक लगभग ढाई साल उम्र का होने का अनुमान है । और इसके गले पर बने दांतों के निशान (केनाइन मार्क) के आधार पर इसे किसी दूसरे बाघ ने मारा ऐसा अनुमान है। और उस का पिछला हिस्सा भी खाया हुआ था । आज शाम को घोड़ाझरी के अंदर ही मोक्का पंचनामा करने के बाद में बाघ का शव विच्छेदन किया गया और मौके पर ही उसे जला दिया गया ! शव विच्छेदन पशुधन विकास अधिकारी डॉ शिरीष रामटेके, डॉ.अश्मिता जगझापे, डॉ.ममता वानखेडे पंचायत समिति नागभिड उन्होंने किया।
इस वक्त मौके पर ब्रम्हपुरी वन विभाग ब्रम्हपुरी के उपवन संरक्षक दीपेश मल्होत्रा, सहायक उप वन संरक्षक कैलाश धोंडने, नागभीड वन परिक्षेत्र अधिकारी एस बी हजारे, तलोधी बा के वन परिक्षेत्र अधिकारी (अती.कार्य.) महेश गायकवाड, मानद वन्यजीव संरक्षक विवेक करंबेकर ब्रम्हपुरी , एनटीसीए के प्रतिनिधि बंडू धोत्रे, के आदि उपस्थित थे।
वन्यजीव प्रेमियों के लिए और बाघों के लिए 2022 का दिसंबर महीना काफी दुखद घटित हो रहा है जिसमें इसी सप्ताह ताडोबा के आगरजरी में एक बाघ के के शावक की इसी तरह आपसी संघर्ष में मौत। सिंदेवाही रेंज के सिवनी बीट में पाटलिन भाई नामक बाघिन की नैसर्गिक मौत, और उसी रेंज में ढाई से तीन महीने के आसपास उम्र के 4 छावकों की मौत, इसके बाद चंद्रपुर जिले में ही आज इस नर शावक की आपसी संघर्ष मौत ,और पन्ना टाइगर रिजर्व पार्क के उत्तर वन मंडल अंतर्गत देवेंद्र नगर रेंज, शिकारी द्वारा लगाए गए फंदे में एक पूर्ण विकसित बाघ की गले में फंदा लटकने से मौत हो गई इस तरह इसी हफ्ते 8 बाघों की मौत ने सनसनी फैला दी है।
