चंद्रपूर (मोहम्मद सुलेमान बेग): विश्व प्रसिद्ध ताडोबा अंधारी व्याघ्र प्रकल्प के मोहर्ली क्षेत्र में बड़े पैमाने में विविध प्रजाति की सुंदर और आकर्षक तितलियां पाई जाती है इन तितलियों को रिझाने आकर्षक और रसीले फूल पौधों को बड़े पैमाने में लगाए गए है बटरफ्लाई गार्डन बनने से आगरझरी गांव के युवाओं को रोजगार का अवसर मिला है साथ ही पर्यटकों के लिए एक आकर्षक का केंद्र बना है । छुट्टियों के दिन यहां पर बड़े पैमाने में पर्यटकों का तांता लगा रहता है। बटरफ्लाई गार्डन बनाने के लिए उस वक्त के मौजद ताडोबा के संचालक जी. पी. गरड, ताडोबा (बफर) उपसंचालक नरवणे, मोहर्ली वनपरिक्षेत्र अधिकारी सचिन शिंदे आदि ने अपने अधीनस्थ टीम के साथ मिलकर राज्य के वनमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने बटरफ्लाई गार्डन का उद्घाटन कर शुरुआत की।
सभी उमर के लोगो को तितलियां पसंद होती है उनका आकर्षक कलर सब को मोहित करता है। दुनिया में 18000 से ज्यादा प्रजाति की तितलियां पाई जाती है। उनमें से 21% प्रजाति 274 प्रकार की तितलियां महाराष्ट्र में पाई जाती है। ताडोबा में 100 से अधिक प्रजाति की तितलियां पाई जाती है। तितलियाँ भोजन के लिए फूलों पर निर्भर होने से बटरफ्लाई गार्डन मे बडे पैमाणे मे फुलो के पेड़ लगाए गये है। बटरफ्लाई गार्डन से पर्यटकों के लिए तितली को समझने के लिए एक बड़ा अवसर मिल रहा है तथा तितली संरक्षण के लिए लोगो मे जागरूकता पैदा होगी।