
आरमोरी : कृणझा क्षेत्र के जंगल में गांव से 3 किमी की दूरी पर जंगल में अपने ही मवेशी चरा रहे चरवाहे पर बाघ ने अचानक हमला कर मार गिराने की घटना शुक्रवार, ७ अक्टूबर २०२२ को दोपहर करीब ३.०० बजे सामने आई। उक्त घटना में मृतक का नाम खेमाजी माधव आत्राम आयु (५५) देशपुर, तालुका आरमोरी है।
रोज की तरह सुबह करीब १०.३० बजे वे अपने ७-८ साथियों के साथ अपने मवेशी चराने के लिए कृणझा क्षेत्र के जंगल में गए।
यह क्षेत्र घने जंगलों से घेरा हुआ है और पाल नदी इस क्षेत्र से होकर बहती है। सभी लोग खड़े होकर अपने मवेशियों की देखभाल कर रहे थे।
दोपहर करीब ३.०० बजे खेमाजी आत्राम अपने साथियों के पास से लापता हो गया था। साथियों ने एक दूसरे को आवाज दी। लेकिन खेमाजी ने कोई जवाब नहीं दिया।
तब साथियों को शक हुआ कि शायद बाघने हमला किया है। इसकी जानकारी उन्होंने गांव में दी। गांव के नागरिक बड़ी संख्या में खेमाजी की खोज मे जंगल की ओर गए। साथ ही इसकी जानकारी वनविभाग के अधिकारियों को भी दी गई। उसके बाद दोपहर से जंगल में तलाश अभियान चलाया गया। अंतत: खेमाजी का शव शाम के करीब ५:४५ को मिला।
बाघ ने उन पर हमला कर उन्हें मार डाला था।
कहा जाता है की कृणझा समेत इलाके में इस साल यह दूसरी घटना है और दस महीने में १६ वी शिकार है।
क्षेत्र के ग्रामीन जलद से जलद बाघ को पकडने की मांग कर रहे हैं।
