चार दिन पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें बदलापुर के पास तेंदुआ का सिर जार में फंसा होने के कारण घूमता नजर आ रहा था। उप वयस्क नर तेंदुआ जिसका सिर प्लास्टिक के जार में फंसा हुआ था, उसे महाराष्ट्र वन विभाग और वन्यजीव कल्याण संघ द्वारा एक संयुक्त अभियान से बचाया गया।
वन अधिकारियों और स्थानीय ग्रामीणों के साथ एक छोटी सी टीम बना कर तेंदुए की तलाश शुरू की गई। काफी समय बाद आज 16 फरवरी शाम को स्थानीय ग्रामीणों ने फार्महाउस के पास तेंदुए को देखा। तेंदुए को देखते ही वन विभाग को जानकारी दी गई । थोडे ही देर मे वन विभाग की सभी टीमें पहुंच कर और तेंदुए को शांत कराया गया । एक बार जब यह स्थिर हो गया, तो तेंदुए को नुकसान पहुंचाए बिना प्लास्टिक के जार को सावधानी से काट दिया गया।
पिछले 3-4 दिनों से पानी और शिकार की कमी के कारण तेंदुआ निर्जलित पाया गया था। इसे निगरानी में रखा जाएगा और फिट घोषित होने के बाद वापस उसके आवास में छोड़ दिया जाएगा।
आये दिन ऐसी घटना नजर आ रही है 2015 मे भी राजस्थान मे इस तरच की घटना हुई थी।
प्लास्टिक कचरा वन्यजीवों के लिए खतरनाक है और भविष्य में इस तरह के संघर्ष से बचने के लिए उचित उपाय किया जाना चाहिए।
EDR टीम, महाराष्ट्र वनविभाग, वन्यजीव वार्डन रोहित मोहिते, इस ऑपरेशन मे शामिल सभी गैर सरकारी संगठनों और NGI का आभार माना गया।