भंडारा वनविभाग के उप वनसंरक्षक एस. बी.भलवी ने कहा बाघ का महत्व संपूर्ण प्रकृति के लिए अद्वितीय है। इसके बावजूद कुछ लोग बाघों का शिकार करते हैं। अगर जंगल से बाघ गायब हो जाता है, तो जंगल साफ होने में देर नहीं लगेगी । जंगल है तो सब कुछ है इसी लिए बाघों की जान बचाना हम सबकी जिम्मेदारी है। इसके लिए लोगों में जागरूकता पैदा करना बहोत जरूरी है
भंडारा वन अभ्यारण्य के अंतर्गत डोडमाझरी क्षेत्र के पलाड़ी के अशोक दसाराम भोंगाडे अंबाड़ी का खेत के पास नाले के करीब 28 जनवरी, 2022 को 250 किलो वजन का (रुद्र बी-2) एक नर बाघ मृत पाया गया।
इस घटना मे शामिल दिलीप नारनवरे रा. चंदोरी को 24 घंटे के भीतर उप वनसंरक्षक एस. बी. भलवी के नेतृत्व में गिरफ्तार किया गया है। कब्जे में लिए दिलीप नारनवरे की तलाशी मे बाघ को बिजली के करंट से मारने वाली सामग्री को जब्त किया गया है। और इसमे शामिल तीन आरोपी फरार हैं। और वनविभाग के अधिकारी उनकी तलाश कर रहे हैं।
विशेष बात यह है की उप वनसंरक्षक एस. बी. भलवी 31 जनवरी को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। उनके नेतृत्व में 24 घंटे के भीतर आरोपी को पहले ही गिरफ्तार किया गया है।
उप वनसंरक्षक एस. बी. भलवी ने कहा, 11 के. व्ही. प्रेशर तारों पर अकोड़ा फेंक कर विद्युत धारा प्रवाहित की गई। आरोपी का मुख्य उद्देश्य जंगली सूअर का शिकार करना था। उसक्षेत्र में 30 से 40 जंगली सूअरो का झुंड रहता है। हालांकि, बाघ को करंट लगा और उसके मुंह से खून बहने लगा और उसकी जगह पर ही मौत हो गई।
वन विभाग के तहत तुमसर विभाग में 2 नर बाघ व 1 मादा बाघ के पगमार्क पाए गए, 2 बाघ पवनी विभाग में और 2 बाघ भंडारा विभाग में और 1 मादा बाघ के पगमार्क मिला हैं।
इनमें से ही एक नर बाघ की कल मौत हो गई है। इस बाघ के पगमार्क धारगांव, मडगी और रावणवाड़ी इलाकों में पाए गए थे।
बाघ संरक्षण प्राधिकरण के प्रतिनिधि नदीम खान ने कहा
वन विभाग में ट्रैप कैमरे लगाए गए हैं। हालांकि, बिजली के करंट से मिला बाघ क्षेत्र छोड़कर चला गया था। वन्यजीव शिकारियों के बारे में बहुत से लोग जानते हैं।
हालांकि, संबंधित विभाग पीड़ित के बाद पता लगाता है। इसके लिए गांव वालों को खुद जागरूक होने की जरूरत है।
कभी कभी वन्यजीवों का मांस नहीं मिला तो भी इस संबंध में व्हॉइस रिकॉर्ड होने पर भी कार्रवाई की जा सकती है। मृतपाया गया नर बाघ जय का डीएनए है।
उसके कंधे पर बिजली का झटका लगने से मौत हुई है। मोटी चमड़ी के कारण घाव दिखाई नहीं दे रहा था लेकिन अंदर एक घाव मिला है। मादा बाघ अभी भी हमारे क्षेत्र में है।
प्रेस कांफ्रेंस में बाघ संरक्षण प्राधिकरण के प्रतिनिधि शाहिद खान, पर्यावरण संरक्षण बहू. संगठन के अजहर हुसैन, निहाल गणवीर, सुभाष कोरे मौजूद थे।