
ताडोबा अंधारी व्याघ्र प्रकल्प TATR के बोटेझरी में तारीख 06 मई 2021 शामको एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई, कोर क्षेत्र में बोटेझरी के हाथी कैम्प में वन विभाग के लेखापाल प्रमोद गौरकर गजराज हाथी द्वारा कुचलकर मारे जाने की घटना आकस्मिक न होकर मानवीय भूल और लापरवाही की है । जिसे TATR आरक्षक छुपाने की कोशिश कर रहे हैं इस संबंध में निम्न जानकारियां सामने आ रही है जैसे फील्ड में संबंधित अधिकारियों ने दारू का अति सेवन किया फील्ड पर कार्यरत कर्मचारियों द्वारा आग्रह करने उपरान्त भी अत्याधिक नशे में रहने की वजह से हाथी तक जाने का प्रयास किया?
लेखापाल यह कोविड-19 के आचार संहिता की वजह से 15 % कर्मचारियों की उपस्थिति के कारण छुट्टियों पर था। यदि लेखापाल की ड्यूटी पर आती है तो वह फील्ड में किसके अनुमति से गया ?
प्रकृति फाउंडेशन के दिपक दीक्षित की मांग है। इस घटना की गहन जांच मुख्य वनसंरक्षक स्तर के अधिकारी से करवाई जाए । अनुशासनहीनता बरतने वाले और उसका बचाव करने वाले अधिकारियों पर (IPC) धारा 304 के तहत मामला दर्ज कर सदोष मानव हत्या का मामला दर्ज करें ऐसी मांग दिपक दीक्षित ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को प्रेषित किया है।
ऐसा कहा जाता है
ताडोबा अंधारी व्याघ्र प्रकल्प काफी समय से अधिकारियों का मौज मस्ती का अड्डा बन गया है । शासकीय वाहन में अपने मेहमानों को घुमाना कहीं पर भी उतरना उनके लिए आम बात है पर्यटन के वक्त भी ऐसे कई अधिकारी है जो शासकीय वाहन से उतरकर पर्यटकों की गाड़ी में चढ़कर फोटोग्राफी करते हैं जब पर्यटक पूछते हैं गाइड व ड्राइवर चुप हो जाते है। अगर जिप्सी थोड़ा रिवर्स लिया या एक जगह रुके तो गाइड व ड्राइवर लेटर दिया जाता है । जो सैलानी हजारो रुपये खर्च करके आते है उनके लिए भी नियम है तो ऐसे कुछ अधिकारी इतवार और शासकीय छूटी के दिन अपने परिवार को बार बार जंगल घूमते है। उनके लिए भी कुछ नियम बनाए जाएं ताकि भविष्य में कोई दुर्घटना ना हो।
